चूना को हम तो अमृत ही कहेंगे,आगे आप मानो या ना मानो चुना जो आप पान में खाते हैं वह अनेक बीमारियों को ठीक कर सकता है
चूना को हम तो अमृत ही कहेंगे,आगे आप मानो या ना मानो चुना जो आप पान में खाते हैं वह अनेक बीमारियों को ठीक कर सकता है
*चूना को हम तो अमृत ही कहेंगे,*
*आगे आप मानो या न मानो.!*
*कैसे बनायें चूना को अमृत..?*
चूना जो आप पान में खाते है वो अनेक बीमारियों को ठीक कर सकता है.!
*"चूना अमृत है.!"*
■ चूना के एक टुकडा को छोटे से मिट्टी के बर्तन मे डालकर पानी से भर दे, चूना गलकर नीचे और पानी ऊपर होगा !
वही एक चम्मच पानी किसी भी खाने की वस्तु के साथ लेना है।
अमूमन 50 की उम्र के बाद कोई भी कैल्शियम की दवा शरीर मे जल्दी नही घुलती किन्तु चूना तुरन्त घुल व पच जाता है।
■ जैसे किसी को पीलिया या जॉन्डिस हो जाये तो उसकी सबसे उत्तम दवा है चूना.!
गेहूँ के दाने के बराबर चूना गन्ने के रस में मिलाकर पिलाने से बहुत जल्दी पीलिया ठीक कर देता है।
■ विद्यार्थियों के लिए चूना बहुत अच्छा है जो लम्बाई बढाता है।
■ गेहूँ के दाने के बराबर चूना रोज दही में मिला के खाना चाहिए, दही नही है तो दाल में मिला के खाओ, दाल नही है तो पानी में मिला के पियो, इससे लम्बाई बढने के साथ स्मरण शक्ति भी बहुत अच्छा होता है।
■ जिन बच्चों की बुद्धि कम काम करती है अर्थात मंदबुद्धि बच्चों के लिये सबसे उत्तम है चूना।
जिन बच्चों में बुद्धि कम है, दिमाग देर से काम करता है, देर में सोचते है, हर चीज उनकी स्लो या धीमी है वगैरह, उन सभी बच्चे को चूना खिलाने से अच्छे परिणाम मिलते हैं।
■ गेहूँ के दाने के बराबर चूना हर दिन खाना दाल में, लस्सी में, नही तो पानी में घोल के पीना चाहिए।
जब कोई माँ गर्भावस्था में है तो चूना रोज खाना चाहिए क्योंकि गर्भवती माँ को सबसे ज्यादा केल्शियम की जरुरत होती है और चूना केल्शियम का सबसे बड़ा भंडार है।
गर्भवती माँ को चूना खिलाना चाहिए..
अनार के रस में...
अनार का रस एक कप और चूना गेहूँ के दाने के बराबर मिलाकर रोज पिलाइए।
अगर नौ महीने तक लगातार देंगे.. तो चार फायदे होंगे..
*(1). पहला फायदा :-*
माँ को बच्चे के जनम के समय कोई तकलीफ नही होगी और नॉर्मल डिलीवरी होगी।
*(2). दूसरा फायदा :-*
पैदा होने वाला बच्चा बहुत हृष्ट पुष्ट और तंदुरुस्त होगा।
*(3). तीसरा फ़ायदा :-*
बच्चा जिन्दगी में जल्दी बीमार नही पड़ेगा, जिसकी माँ ने चूना खाया होगा।
*(4). चौथा सबसे बड़ा लाभ :-*
बच्चा बहुत होशियार होगा,
बहुत तीव्र बुद्धि, इंटेलिजेंट और ब्रिलिएंट होगा साथ ही उसका IQ लेवेल बहुत अच्छा होगा।
■ चूना घुटने का दर्द ठीक करता है।
■ कमर का दर्द ठीक करता है।
■ कंधे का दर्द ठीक करता है।
■ एक खतरनाक बीमारी स्पॉन्डिलाइटिस भी चूना खाने से ठीक हो सकती है।
■ कई बार हमारे रीढ़ की हड्डी के मनकों मे दुरी बढ़ जाती है, गैप आ जाता है- ये चूना भी ठीक करने की शक्ति रखता है।
अगर हड्डी टूट जाये तो टूटी हुई हड्डी को जोड़ने की ताकत सबसे ज्यादा चूने में है। सुबह, खाली पेट चूना खायें।
■ मुंह में ठंडा गरम पानी लगता है तो चूना खाएं, बिलकुल ठीक हो जाता है।
■ मुंह में अगर छाले हो गए है तो चूने का पानी पिऐं, तुरन्त ठीक हो जाता है।
■ शरीर में जब खून कम हो जाये तो चूना जरुर लेना चाहिए।
■ एनीमिया है, खून की कमी है तो उसकी सबसे
अच्छी दवा है ये चूना.!
चूना पीते रहो गन्ने के रस में या संतरे के रस में।
नही तो सबसे अच्छा है अनार के रस में -
अनार के रस में चूना लेने से खून बहुत जल्दी बढता है साथ ही बहुत जल्दी खून भी बनता है, बस एक कप अनार का रस और गेहूँ के दाने के बराबर चूना सुबह खाली पेट।
■ घुटने में घिसाव आ गया और डॉक्टर कहे कि घुटना बदलना पड़ेगा तो भी जरुरत नही।
बस चूना खाते रहिये और हरसिंगार के पत्ते का काढ़ा पियें।
घुटने बहुत अच्छे से काम कर सकेंगे।
बाकी आपका कुदर