भवसागर पार कराती है गौ माता - साध्वी निष्ठा

रिपोर्टर बन्शीलाल धाकड़ राजपुरा
20 अप्रैल
प्रस्तावित नालेश्वर महादेव गौशाला के लिए गौ भक्तों ने दिखाई दरियादिली.. कथा स्थल पर दो लाख पचास हजार की हुई घोषणा
बड़ीसादड़ी । भवसागर पार कराती है गौ माता। यह विचार उपखंड के बोहेड़ा गांव में चल रही गोकृपा कथा के चौथे दिन साध्वी निष्ठा गोपाल सरस्वती ने सैंकड़ों की संख्या में उपस्थित गौभक्तों के समक्ष कथा वाचन के दौरान व्यक्त किये। साध्वी दीदी ने कहा कि संसार सागर से पार लगाने में गौमाता ही है जो हमारा बेड़ा पार करा सकती है। संसार सागर से निकलने के लिए गौ माता नाव का कार्य करती है। जिसने भी गौ माता की ठीक से सेवा की है। वह भवसागर आसानी से पार कर जाता है। गौमाता हमारे समस्त दुख हर लेती है। गौ माता हमें सुख शांति व समृद्धि के साथ - साथ अच्छा स्वास्थ्य भी देती है। साध्वी दीदी ने स्वास्थ्य से जुड़ी हुई बात बताते हुए देशी गाय के विषय में कहा कि गौ माता एक तरह का चलता फिरता चिकित्सालय है। वैज्ञानिक दृष्टिकोण से भी देशी गाय हमारे स्वास्थ्य के लिए वरदान साबित हो चुकी है। गौमाता में 33 कोटि देवताओं का वास होता है। विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए साध्वी दीदी ने कहा कि विद्या अध्ययन एवं ज्ञान प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों के लिए गौ माता की सेवा अति आवश्यक है। विद्यार्थी के लिए गौ माता का होना बहुत जरूरी है। अगर विद्यार्थी गौमाता से बने हुए घी, दूध, दही, छाछ व गोमूत्र आदि का नियमित सेवन करता है तो उसकी बुद्धि सामान्य बालकों की तुलना में बहुत अधिक विकसित हो जाती है। वह बालक पढ़ने में अव्वल होने के साथ-साथ सात्विक, शांत स्वभाव वाला व प्रखर मेधा वाला होता है। साध्वी दीदी ने बाजार में मिलने वाला डिब्बाबंद सप्लीमेंट्री फूड को गलत बताया। साध्वी दीदी ने कहा कि हमारे बच्चों को गौ माता की सेवा एवं गौ माता द्वारा दिए जाने वाले खाद्य पदार्थों का सेवन कराएं। साध्वी निष्ठा गोपाल सरस्वती दीदी ने आज के जमाने में आधुनिकता के नाम पर बहन बेटियों एवं युवाओं द्वारा कम वस्त्र पहन कर अपने आप को मॉडर्न कहना मूर्खता है। साध्वी ने जोर देकर कहा कि हमें पश्चात संस्कृति का अनुसरण नहीं करना है। हमें हमारी भारतीय संस्कृति पर गर्व होना चाहिए। हमारी संस्कृति के अनुरूप ही हमें परिधान पहने चाहिए। साध्वी दीदी ने कहा कि हम जैसी संगति करेंगे वैसा ही हमारा आचरण होगा। इसी संदर्भ में साध्वी दीदी ने कहा कि आज कल मॉडर्न होने के चक्कर में हमने गाय माता को घरों से बाहर कर दिया है और बाहर रहने वाले श्वान को घर के बेडरूम में बैठा दिया है। कुत्तों के ज्यादा संपर्क में रहने से आज इंसान भी कुत्तों की तरह व्यवहार करने लग गया है। छोटी छोटी बात पर उत्तेजित होकर झगड़े कर रहा है। आज इंसान को देखो या तो अदालतों के चक्कर लगा रहा है या अस्पतालों के चक्कर लगा रहा है। इन सब से छुटकारा पाना है तो हमें गौमाता रखनी ही होगी। आज समाज में शांति गायब होती जा रही है, क्योंकि हमें सुख शांति एवं समृद्धि देने वाली गौ माता को हमने दूर कर दिया है। साध्वी दीदी ने कहा है कि देसी गाय का दूध किसी मशीन में नहीं बनाया जा सकता है। सावन के महीने में दूध और भादवा में दही का सेवन नहीं करना चाहिए। विद्यार्थियों को सोलह संस्कार बताते हुए साध्वी दीदी ने बताया कि सूर्योदय से पूर्व उठे। सुबह पढ़ा हुआ जीवन भर याद रहता है। विद्यार्थी भैंस का दूध भूलकर भी नहीं पीवें। भैंस का दूध शरीर में आलस्य पैदा करता है। जबकि देशी गाय का दूध स्फूर्ति देता है। विद्यार्थियों को सदैव गौमाता का दूध ही पीना चाहिए। दीदी ने कहा कि हमारी संस्कृति से जुड़े त्योहारों को मनाने में भ्रम फैलाने वालों से सावधान रहना चाहिए। हमें हमारी संस्कृति एवं तीज त्योहारों को खुलकर मनाना चाहिए तब ही हमारी संस्कृति एवं संस्कार जिंदा रहेंगे। कथा के अंत में साध्वी निष्ठा गोपाल सरस्वती दीदी ने चित्तौड़गढ़ जिले के ताणा में जय गौ माता गुरुकुलम के विषय में जानकारी देते हुए बताया कि इस गुरुकुलम में विद्यार्थियों के लिए गोबर, गोमूत्र आदि से बनी हुई कुटिया में आवास बनाए गए हैं। आधुनिक शिक्षा के साथ-साथ इसमें वैदिक शिक्षा, घुड़सवारी, तैराकी, मलखंब, नृत्य व संगीत आदि गतिविधियां करा कर विद्यार्थियों का सर्वांगीण विकास करने का प्रयास किया जा रहा है। साध्वी दीदी ने जानकारी देते हुए बताया कि 18 मई से 20 जून तक एक माह तक विद्यार्थियों के लिए संस्कार व शिक्षा का ग्रीष्मकालीन आवासीय प्रशिक्षण रखा जा रहा है। कथा में आरती से पूर्व बड़ीसादड़ी विधायक ललित ओस्तवाल, उप प्रधान रामचंद्र जोशी, युवा मोर्चा भाजपा जिला उपाध्यक्ष सिद्धार्थ तांतेड़, सरपंच गोपाल मालू, बंबोरा के रामेश्वर लाल धाकड़, गोविंद सिंह राठौड़, पंडेड़ा सरपंच शौकीन धाकड़ सहित कई जनप्रतिनिधियों का कथा आयोजन समिति व ग्राम वासियों की ओर से स्वागत एवं अभिनंदन किया गया। प्रस्तावित नालेश्वर महादेव गौशाला के लिए नगर के गो भक्तों द्वारा दो लाख 50 हजार रुपए का सहयोग देने की घोषणा हुई है। जिसमें एक लाख रुपये बोहेड़ा के मदन लाल धींग, 11 हजार रुपए उपप्रधान रामचंद्र जोशी, 51 हजार रुपए सरपंच गोपाल मालू, 11 हजार रुपये रमेश चंद्र पुष्करणा,11 हजार रुपये राजकुमार पुष्करणा, 11 हजार रुपये स्वर्गीय भंवरलाल अहीर की स्मृति में उनकी धर्मपत्नी,11 हजार रुपये देवी लाल अहीर,11 हजार रुपये भंवर लाल जटिया,11 हजार रुपये मांगीलाल सालवी व 5 हजार रुपये नारायणी बाई पत्नी बाबरू तेली की घोषणा सम्मिलित है। इस अवसर पर प्रस्तावित गौशाला के लिए 12016 रुपये पुणे महाराष्ट्र के विश्वकर्मा मार्बल आर्ट द्वारा भेंट किये गये। विधायक ललित ओस्तवाल ने गौ भक्तों को संबोधित करते हुए कहा कि प्रस्तावित नालेश्वर महादेव गौशाला का रजिस्ट्रेशन हो जाने पर वे विधायक मद से 5 लाख रुपये का सहयोग प्रदान करेंगे। विधायक ललित ओसवाल ने समाज में गो कथा जैसे आयोजनों की महती आवश्यकता जताई। विधायक ओस्तवाल ने साध्वी दीदी का स्वागत एवं अभिनंदन किया। आरती के बाद सभी गौ भक्तों को बोहेड़ा की हीरा लाल तेली की ओर से प्रसाद का वितरण किया गया। आयोजन समिति के रमेश चंद्र पुष्करणा ने सभी गौ भक्तों का आभार जताया।