महिला सशक्तिकरण व स्वावलम्बन को लेकर प्रशिक्षण शिविर का हुआ आयोजन

संवाददाता बन्शीलाल धाकड़ राजपुरा
21 मई
निम्बाहेड़ा, हितकारी सेवा संस्थान , चित्तौड़गढ़ द्वारा महिला सशक्तिकरण एवम स्वावलंबन के लिए एक दिवसीय गौ आधारित उत्पाद निर्माण के लिए प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया । संस्थान के सचिव सत्यनारायण शर्मा ने बताया कि अभियान के तहत संस्थान के अध्यक्ष मधुसूदन पालीवाल द्वारा महिला समूह के लिए गौ संरक्षण सेवा की प्रतिबद्धता स्वरूप गौमय उत्पादों के निर्माण प्रशिक्षण के लिये शिविर का आयोजन किया। गौवृति गौवत्स पंडित चेतन शर्मा पूर्व राष्ट्रीय सह संयोजक ऋषिकृषि गौ संवर्धन समिति व पूर्व संयोजक मध्यप्रदेश गौ सेवा प्रकोष्ठ चेतन शर्म ने प्राचीन भारत के विचारकों के अनुसार गाय के महत्व को बताया। शर्मा ने बताया कि गाय का दूध स्वस्थ शरीर के लिए आवश्यक है,बैलों से खेती, आवागमन के साधन, एवं माल वाहन, और गोमूत्र से खाद, कीटनाशक एवं औषिधिय उपयोग तथा भूमि की उत्पादकता बढ़ाने हेतु गोबर खाद ही उत्तम है। गौ आधारित कृषि को ग्राम स्वालंबन के लिए सर्वश्रेष्ठ माना जाता है। उन्होंने गौ की महिमा मंडित करते हुए गाय को माता का स्थान दिया। गाय को धर्म में इस तरह गूंथ दिया की भारत के उत्तर, दक्षिण, पूर्व और पश्चिम क्षेत्र में अनेक धार्मिक मत-मतांतरों के होते हुए भी गाय को सभी ने पूज्यनीय माना। गौमाता का मानव जीवन में आर्थिक,सामाजिक धार्मिक महत्व व नित्यप्रति सेवा संरक्षण, संवर्धन का मातृशक्ति को संकल्प दिलाया। प्रशिक्षण में गौ आधारित दीपक , स्वस्तिक , ॐ एवम धूप बत्ती निर्माण की विधि व सामग्री की जानकारी दी। कार्यक्रम में प्रगतिशील एवम जैविक कृषक प्रह्लाद उपाध्याय ने गाय के गोबर से जैविक खाद , कम्पोस्ट जैविक ,गौ मूत्र से कीट नाशक निर्माण , जैविक फसल उत्पादन करने का आव्हान किया प्रत्येक कृषक को जैविक खाद की बेड लगाने का आव्हान किया । जैविक प्रचारक बन्शीलाल धाकड़ ने देशी गौवंश से अधिक दुग्ध उत्पादन , रखरखाव एवम उन्नत वंश की नस्ल तैयार करने के उपाय बताए व धाकड़ ने उदाहरण देते हुए बताया कि जैसे आज खेती में हाईब्रिड बीजों का बोलबाला है वैसे गायों में भी जर्सी होलीस्टेन गायों का चलन बढ़ रहा है जो कि एक चिंता का विषय है। हम जो सुख सुविधा आज जर्सी होलीस्टेन गायों को दे रहे हैं वो सुख सुविधा अगर हम देशी गौमाता को दे तो दो चार पीढ़ी में वो भी ज्यादा दुध देने में सक्षम हो जायेगी। इस अवसर पर हरीश धाकड़ ,कन्हैया लाल धाकड़ , भील समाज के तहसील अध्यक्ष किशन लाल भील भी मौजूद रहे। संस्थान के अध्यक्ष मधुसूदन पालीवाल ने बन्शीलाल धाकड़ व चेतन शर्मा को अभिनंदन पत्र भेट किया व सभी का आभार व्यक्त किया।