हमें आनंद के साथ जीने के लिए गौवंश की दुर्दशा दूर करनी होगी
संवादाता बन्शीलाल धाकड़ राजपुरा
11 अक्टूबर
बड़ीसादड़ी। श्रीरामद्वारा दिव्यआनंदधाम में श्रीमद्भागवत सप्ताह कथा कार्यक्रम के पंचम दिवस मंगलवार रात्रि में व्यासपीठ से रामनिवास शास्त्री महाराज द्वारा श्रीकृष्ण की बाल लीलाओं का रोचक वर्णन करते हुए उपस्थित श्रोताओं कोउनके जीवन से प्रेरणा लेने का आह्वान किया। व्यासपीठ से महाराज ने बताया कि नंदबाबा की गौशाला में 9 लाख गायें थी उनमें से श्रीकृष्ण जन्म काआनंद उत्सव मनाते हुए 2 लाख गौ का दान ब्राह्मणों को किया। आज के समय में गौमाता की दुर्दशा अवर्णनीय है जिसके कारण हमें अनेक दुखों का सामना करना पड़ रहा है। हमें आनंद के जीने के लिए गौमाता की दुर्दशा को दूर करने का संकल्प लेना होगा। साथ ही पूतना मोक्ष,शकटासुर वध,तृणावृत्त वध,गर्गाचार्य जी द्वारा बलराम एवं श्रीकृष्ण नामकरण संस्कार, माखनचोर मंडली द्वारा गोपियों संग लीलाओं, ब्रह्मांड दर्शन,कूबेर पुत्रों का उद्धार,वत्सासुर, बकासुर,अघासुर, कालिया नाग मर्दन,गोवर्धन पूजा एवं अन्नकूट महोत्सव का विस्तार से वर्णन किया।कार्यक्रम में श्रीकृष्ण और माखन चोर टोली व 56 भोग झांकी सजाई गई। कथा कार्यक्रम में ओमप्रकाश जणवा, भृगुलता शर्मा,चंद्रकांत शर्मा, पत्रकार अरुण कंठालिया, सत्यनारायण शर्मा पारसोली सहित कुछ लोगों को श्रीरामद्वारा के विकास एवं कथा कार्यक्रम आदि में उल्लेखनीय योगदान के लिए व्यासपीठ से उपरना ओढ़ाकर सम्मानित किया गया। कथा कार्यक्रम में नगर सहित आसपास के अनेक गाँवो से श्रद्धालु उपस्थित रहते है।