इच्छा आकाश के समान अनंत है - आचार्य रामेश

इच्छा आकाश के समान अनंत है - आचार्य रामेश

संवाददाता बन्शीलाल धाकड़ राजपुरा

( व्यसन मुक्ति अभियान का आगाज ) 

3 जुन

बड़ी सादड़ी।  समता प्रवचन हाल में जीवन निर्माण कार्य प्रवचन माला में आचार्य श्री रामेश ने कहा कि धर्म मंगल है अहिंसा संयम स्वरूपी धर्म की जो आराधना करता है उसे मानव तो क्या देवता भी नमस्कार करते हैं धर्म और धन में हमें धर्म को महत्व देना चाहिए धर्म के प्रति अनुराग होता है और धन के प्रति आकर्षण होता है आज हमारा लगाव धर्म से है या धन से है आत्म चिंतन करें पैसों से कभी तृप्ति मिलने वाली नहीं है तृष्णा का अंत नहीं है हमें संग्रह वृत्ति बढ़ाना नहीं है इच्छाएं जितनी हमारी बढ़ेगी शांति और समाधि मिलने वाली नहीं है धर्म सच्चा आत्मिक सुख प्रदान करता है धर्म के पौधे पर सदैव शांति के पुष्प खिलते हैं श्री राजेंद्र मुनि जी महाराज साहब ने कहा कि संसार में सच्चा सुख नहीं है संयम में सच्चा सुख हे समता युवा संघ अध्यक्ष धनपाल मेहता ने बताया साधुमार्गी जैन संघ समता युवा संघ समता महिला मंडल समता बहू मंडल के संयुक्त तत्वाधान में आज तपस्या के क्रम में 350 से अधिक भाई बहनों ने एक आसन तप किया। आज दोपहर में गाड़िया लोहार बस्ती में राम गुरु का यह संदेश व्यसन मुक्त हो सारा देश कार्यक्रम के अंतर्गत व्यसन मुक्ति नैतिक संस्कार प्रांतीय कार्यक्रम रखा गया जिसमें अहिंसा प्रचारक श्री महेश नाहटा समता युवा संघ अध्यक्ष पार्षद धनपाल मेहता अभिषेक भंडारी प्रकाश धाकड़ राकेश मेहता दीपक कंठालिया मीना मेहता आदि ने व्यसन मुक्त जीवन को श्रेष्ठ जीवन बताते हुए कुव्यसनो ‌ से होने वाले दुष्परिणाम बताए गए बाद में सभी पुरुष महिलाओं एवं बच्चों ने कुव्यसनों से दूर रहने एवं छोड़ने की प्रतिज्ञा ली वार्ड के पार्षद प्रतिनिधि भरत गाडोलिया लोहार ने सभी को विश्वास दिलाया कि हमारे समाज को इन कुव्यसनों से दूर रखने का पूरा प्रयास किया जाएगा कार्यक्रम में समता युवा संघ के सभी सदस्य मौजूद थे।