मातृशक्ति सम्मान की प्रतीक:- भूपेंद्र सिंह बड़ोली माधोसिंह

मातृशक्ति सम्मान की प्रतीक:- भूपेंद्र सिंह बड़ोली माधोसिंह
मुख्य निर्णायक कैलाश चंद्र मालू को सम्मानित करते अतिथि

संवादाता बन्शीलाल धाकड़ राजपुरा

24 सितम्बर 

खो- खो में हनुमान मंगरी ने जीता जिला स्तरीय छात्र-छात्रा का खिताब

खिलाड़ियों को पुरस्कार वितरण के साथ जिला स्तरीय खो- खो प्रतियोगिता का हुआ समापन

बड़ीसादड़ी   मातृशक्ति सम्मान की प्रतीक है। महिलाओं के सशक्तिकरण करने के लिए देश में अब लोकसभा में भी महिलाएं अपना अच्छा प्रतिनिधित्व कर सकेगी। यह विचार 67 वीं 14 वर्ष छात्र- छात्रा खो - खो खेल प्रतियोगिता के समापन समारोह के मुख्य अतिथि उप जिला प्रमुख भूपेंद्र सिंह बड़ोली माधोसिंह ने बैंगू के लुहारिया स्कूल में व्यक्त किये। मुख्य अतिथि उप जिला प्रमुख भूपेंद्र सिंह ने कहा कि आज की बालिकाएं कल देश की नारी है। मुख्य अतिथि भूपेंद्र सिंह ने कहा कि मोदी सरकार ने महिला कानून बिल पास कर दिया। जिससे संसद में 181 महिला सांसद होगी। मुख्य अतिथि भूपेन्द्र सिंह ने छात्र खिलाड़ियों को संबोधित करते हुए कहा कि खेलों के माध्यम से बालिकाओं का सर्वांगीण विकास संभव हो पा रहा है। यही खिलाड़ी बालिकाएं आगे जाकर देश का नाम रोशन करेगी। कार्यक्रम की अध्यक्षता बैंगू प्रधान नानूराम भील ने की। विशिष्ट अतिथि के रूप में इटावा सरपंच मुन्ना देवी खटीक, पूर्व सरपंच देवीलाल गुर्जर व भेरुलाल गुर्जर समाज सेवी गणेश लाल गुर्जर, सरपंच प्रतिनिधि राधेश्याम खटीक, पंचायत प्रारंभिक शिक्षा अधिकारी इटावा गणपत लाल मीणा मौजूद थे। समारोह में सभी विजेता एवं उपविजेता खिलाड़ियों को अतिथियों द्वारा पारितोषिक व प्रमाण पत्र प्रदान किये गये। मुख्य निर्णायक कैलाश चंद्र मालू ने बताया कि खो - खो छात्र एवं छात्रा वर्ग में जिला स्तर पर प्रथम स्थान भोपाल सागर ब्लॉक में स्थित हनुमान मंगरी स्कूल की टीम रही। छात्र वर्ग में उप विजेता कपासन ब्लॉक का तुरकिया कला स्कूल रहा। छात्रा वर्ग में उप विजेता कपासन ब्लॉक का हीराजी का खेड़ा की टीम रही। समारोह के आरंभ में सभी अतिथियों का ग्राम वासियों एवं विद्यालय प्रधानाध्यापक प्रेम शंकर भट्ट, शिक्षक शंकर लाल वर्मा, रवि मीणा, पदमसिंह, जियाउल मुस्तफा मंसुरी व शिक्षिका रीना ने भावपूर्ण स्वागत किया। समारोह में निर्णायकों के रूप में सेवा देने वाले समस्त शारीरिक शिक्षकों को अतिथियों द्वारा प्रतीक चिन्ह दे कर सम्मानित किया गया। सहायक मुख्य निर्णायक गफ्फार खां पठान ने बताया कि यह प्रतियोगिता 20 से 23 सितंबर के बीच संपन्न हुई। निर्णायक के रुप में शारीरिक शिक्षक मोहसिन, मुकेश आरोट, रिजवान शेख, राजमल चौहान, डूंगर सिंह, भोपाल सिंह राव, लक्ष्मण दास वैष्णव, धूलेश्वर डामोर, रामेश्वर जाजू व उदय सिंह रावत आदि ने समर्पित सेवाएं दी। कार्यक्रम में अतिथियों द्वारा शारीरिक शिक्षकों द्वारा निर्वाचित रूप से खेल प्रतियोगिता को संपन्न कराने के लिए धन्यवाद दिया गया। समारोह में मुख्य निर्णायक कैलाश चंद्र मालू का विशेष अभिनंदन किया गया।