ERCP को राष्ट्रीय महत्व की परियोजना घोषित करने के लिए छोटे बच्चे का अनूठा प्रयास...

बस्सी।पूर्वी राजस्थान कैनाल परियोजना को राष्ट्रीय महत्व की परियोजना घोषित करने के लिए राजनैतिक पार्टी के लोगों के अलावा आमजन भी धीरे-धीरे खुलकर सामने आने लगा है। लेकिन दिलचस्प एवं आश्चर्य की बात यह है कि इस योजना के लिए युवा-बुजुर्ग,महिला-पुरुष कोई भी पीछे हटने को तैयार नहीं है। यहां तक कि अब तो छोटे-छोटे बच्चे भी इस परियोजना को राष्ट्रीय महत्व की परियोजना घोषित करवाने के लिए अलग-अलग तरीके से अपनी बात सरकार तक व आम लोगों तक पहुंचाने की कोशिश कर रहे हैं। एक ऐसा ही मामला बस्सी विधानसभा का है जहां कक्षा 3 का छात्र जिसकी उम्र महज 8 वर्ष है,उसने ईआरपीसी यानी पूर्वी राजस्थान कैनाल परियोजना को राष्ट्रीय महत्व की परियोजना घोषित करवाने के लिए उसका प्रचार-प्रसार का अनूठा तरीका निकाला है। बस्सी के भूडला का रहने वाला मयंक लोधीवाल ने अपनी हेयर स्टाइल पर ही अंग्रेजी में ERCP लिखी हैयर कटिग डिजाइन करवाते हुए इसका अनूठे तरीके से प्रचार प्रसार किया है। इस तरह का अनूठा प्रयोग करने से अब उसकी फोटो भी तेजी से सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर वायरल हो रही है और हर कोई उस बच्चे की प्रशंसा कर रहा है। इस बच्चे ने अपनी इसी हेयर स्टाइल में गांव-गांव, ढाणी- ढाणी में इस योजना का अनूठे तरीके से प्रचार प्रसार किया है और गांव का हर बच्चा बच्चा दृढ़ संकल्पित होकर ERCP यानी पूर्वी राजस्थान कैनाल परियोजना को राष्ट्रीय महत्व की परियोजना घोषित करवाना चाहता है। मयंक लोधीवाल का कहना है कि 'जल है तो कल है'। यानी कि पूर्वी राजस्थान कैनाल परियोजना अगर आज लागू होती है तो वह हमारा सुनहरा फ्यूचर हैं क्योंकि बगैर पानी के फ्यूचर भी असंभव सा दिखाई देता है।