प. स. भदेसर की 25 ग्राम पंचायतों में 1250 हेलमेट वितरित।
हेलमेट प्रोत्साहन, शिक्षा, जागरूकता एवं अनिवार्यता अभियान के तहत् राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय भदेसर के सभागार में अधीनस्थ 25 ग्राम पंचायतों के चयनित 50-50 व्यक्तियों के 3-3 बेच बनाकर 1250 सड़क सुरक्षा अग्रदूतों को प्रशिक्षण देकर शपथ दिलाते हुए एक चौथाई क़ीमत पर श्री सॉंवलिया सेठ चित्र मय सड़क सुरक्षा संदेश लगे ब्रांडेड हेलमेट वितरित किये। पुलिस अधीक्षक श्री राजन दुष्यंत ने बताया कि हेलमेट प्रोत्साहन, शिक्षा, जागरूकता एवं अनिवार्यता अभियान के तहत शुक्रवार को भदेसर पंचायत समिति की 25 ग्राम पंचायतों के चयनित कुल 1250 सड़क सुरक्षा अग्रदूतों को तीन बेच में हेलमेट वितरित किये गए। जिसमे प्रथम बैच की 8 ग्राम पंचायतों के सड़क सुरक्षा अग्रदूतों को विधायक चन्द्रभान सिंह आक्या, दूसरे बैच को सहायक विकास अधिकारी बालकिशन शर्मा एवं तीसरे बैच को सुरेन्द्र सिंह जाडावत अध्यक्ष राजस्थान धरोहर संरक्षण एवं प्रोन्नति प्राधिकरण, राजस्थान सरकार ने शपथ दिलायी
प.स. भदेसर की 25 ग्राम पंचायतों में 1250 हेलमेट वितरित।
संवादाता मुकेश कुमार जोशी चित्तौड़गढ़
*सड़क सुरक्षा अग्रदूतों ने सुरक्षित चितौड़गढ़ का लिया संकल्प।*
*मेरा गांव मेरी पहल की थीम पर कार्यक्रम आयोजित।*
चित्तौड़गढ़, 30 जून। जिला प्रशासन, पुलिस, पंचायत राज विभाग, परिवहन व सड़क सुरक्षा विभाग , राजस्थान सड़क सुरक्षा सोसायटी तथा श्री सांवलिया मंदिर मंडल के संयुक्त तत्वावधान में हेलमेट प्रोत्साहन, शिक्षा, जागरूकता एवं अनिवार्यता अभियान के तहत् राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय भदेसर के सभागार में अधीनस्थ 25 ग्राम पंचायतों के चयनित 50-50 व्यक्तियों के 3-3 बेच बनाकर 1250 सड़क सुरक्षा अग्रदूतों को प्रशिक्षण देकर शपथ दिलाते हुए एक चौथाई क़ीमत पर श्री सॉंवलिया सेठ चित्र मय सड़क सुरक्षा संदेश लगे ब्रांडेड हेलमेट वितरित किये।
पुलिस अधीक्षक श्री राजन दुष्यंत ने बताया कि हेलमेट प्रोत्साहन, शिक्षा, जागरूकता एवं अनिवार्यता अभियान के तहत शुक्रवार को भदेसर पंचायत समिति की 25 ग्राम पंचायतों के चयनित कुल 1250 सड़क सुरक्षा अग्रदूतों को तीन बेच में हेलमेट वितरित किये गए। जिसमे प्रथम बैच की 8 ग्राम पंचायतों के सड़क सुरक्षा अग्रदूतों को विधायक चन्द्रभान सिंह आक्या, दूसरे बैच को सहायक विकास अधिकारी बालकिशन शर्मा एवं तीसरे बैच को सुरेन्द्र सिंह जाडावत अध्यक्ष राजस्थान धरोहर संरक्षण एवं प्रोन्नति प्राधिकरण, राजस्थान सरकार ने शपथ दिलायी ।
राजस्थान सड़क सुरक्षा सोसायटी के परियोजना सह समन्वयक भरत गुर्जर ने राजस्थान सड़क सुरक्षा सोसायटी के अभियान के बारे में विस्तार से बताया।
डॉ. वीरेंद्र सिंह राठौड़ अतिरिक्त प्रादेशिक परिवहन अधिकारी परिवहन एवं सड़क सुरक्षा विभाग अजमेर ने मुख्यमंत्री चिरंजीवी जीवन रक्षा योजना, मुख्यमंत्री चिरंजीवी सड़क सुरक्षा योजना, मुख्यमंत्री चिरंजीवी दुर्घटना बीमा योजना एवं राष्ट्रीय गुड सेमेरिटन प्रोत्साहन एवं अवार्ड योजना के बारे मे विस्तार से बताया। सड़क सुरक्षा चक्र के 9 बिंदु के बारे मे बताया के कैसे सड़क नियमों का पालना करके घर से सुरक्षित निकलकर घर पर सुरक्षित पहुँच सकते हैं उन्होंने वाहन के सुरक्षा उपकरण , अधिकतम गति सीमा, लेन ड्राइविंग, सड़क की मूक भाषा सिग्नल, सड़क पर क्या करें और क्या नहीं करे , क्या सावधानी रखें तथा क्या जानकारी कैसे मिले इसके लिए सभी 100 रोड चिन्हों को समझाया साथ सड़क पर रंगों का महत्व, गुड सेमेरिटन के अधिकार, ड्राइविंग चालीसा, सड़क पर कर्तव्य एवं प्रथम अधिकार , अपराध एव शास्तियों के बारे में स्थानीय भाषा में बताया जिसे लोगों ने रूचि लेकर सुना ।
सोसायटी के दीपक सिंह पंवार ने सड़क सुरक्षा अग्रदूतों की भूमिका एवं कार्यक्रम के उद्देश्यों पर विस्तार से बताया ।
कार्यक्रम में सुशीला कंवर प्रधान, उपखण्ड अधिकारी मोनिका सामोट, डीएसपी भदेसर धर्माराम गिला, तहसीलदार गुणवंत लाल, प्रिंसीपल शम्भूलाल , सरपंच भदेसर रतन कंवर, उपस्थित रहे ।
विधायक चितौड़गढ़ ने सभी सड़क सुरक्षा अग्रदूतों से हमेशा हेलमेट एवं सीटबेल्ट सहित सभी नियमो की पालना करने का अनुरोध किया, सुरेन्द्र सिंह जाडावत ने इस अभियान की सराहना करते हुए सभी सुरक्षा अग्रदूतों से अपील की कि हेलमेट को सांवलिया जी का दिया हुआ समझकर हमेशा वाहन चलाते समय लगाने की अपील की। उन्होंने मुख्यमंत्री चिरंजीवी सड़क सुरक्षा योजना के बारे में बताते हुए देश की इस तरह की पहली योजना को साकार करने के लिए दुर्घटना ग्रस्त व्यक्ति की मदद में आगे आने की अपील की।
पुलिस उपअधीक्षक धर्मा राम गिला ने पुलिस के सीएलजी मेम्बर की तरह जुड़कर क्षेत्र को दुर्घटना मुक्त बनाने में पुलिस का सहयोग की अपील की ।
सड़क सुरक्षा-जीवन रक्षा, सर सलामत तो सब सलामत, अब सड़कों पर नहीं बिखरने देंगे लाल खून-लाल खून के नारों से प्रशिक्षण स्थल गुंजायमान रहा ।