ज्ञान बिना धर्म को समझना दुष्कर ---निरंकारी महात्मा भेरूलाल
बड़ी सादड़ी:-संत *निरंकारी मिशन (दिल्ली)* की ब्रांच बड़ी सादड़ी द्वारा उपखंड क्षेत्र *राणावतों का खेड़ा* में *"मासिक"* सत्संग का आयोजन किया गया!

ज्ञान बिना धर्म को समझना दुष्कर
---निरंकारी महात्मा भेरूलाल
22अगस्त
राम सिंह मीणा रघुनाथपुरा
बड़ी सादड़ी:-संत *निरंकारी मिशन (दिल्ली)* की ब्रांच बड़ी सादड़ी द्वारा उपखंड क्षेत्र *राणावतों का खेड़ा* में *"मासिक"* सत्संग का आयोजन किया गया!
जिसमें महात्मा भेरूलाल निरंकारी ने सत्संग को संबोधित करते हुए कहा कि ज्ञान के बिना धर्म के मर्म को समझना दुष्कर है!
उन्होंने कहा कि सद्गुरु पर जिसे विश्वास है उसे ही सद्गुरु कृपा का पात्र माना गया है! ज्ञान के बिना मनुष्य पवित्र नहीं हो सकता! परमपिता परमात्मा "निराकार" है वह जगत में रहते हुए भी दिखाई नहीं देता है, लेकिन पूर्ण सतगुरु की शरण में जाकर देखा जा सकता है जो ब्रह्म को जानता है ब्रह्म के बारे में बता सकता है वही संत है!
इस मौके पर भंवरलाल, पुष्पेंद्र, अनमोल, राधेश्याम, प्रकाश चंद्र, ओंकार लाल, दिलीप कुमार, शीला, इंदिरा, निर्मला, माया, लता, आदि ने विचार व गीतों की प्रस्तुति दी, सत्संग का संचालन महावीर निरंकारी ने किया!
उक्त जानकारी निरंकारी मिशन बड़ी सादड़ी के मीडिया सहायक राधेश्याम रेगर ने दी!