दौलत तो खूब सारी कमा लेंगे हम मगर, मां-बाप से बड़ी कोई दौलत नहीं होती : कवि सुनील पटेल

डूंगरपुर। श्रीमद् भागवत कथा प्रेम यज्ञ के अंतर्गत मंगलवार रात्रि को पुण्यभूमि भेहणा में कवि सम्मेलन का आयोजन हुआ। कवि सम्मेलन कथा पंडाल में रात्रि 8 बजे से शुरू होकर देर रात्रि 2 बजे तक चला

दौलत तो खूब सारी कमा लेंगे हम मगर, मां-बाप से बड़ी कोई दौलत नहीं होती : कवि सुनील पटेल

संवादाता मुकेश कुमार जोशी चित्तौड़गढ़

- वागड व मेवाड़ के लोगों को गर्व है हमारे पास बेणेश्वर पीठाधीश्वर अच्युतानंद महाराज हैं : सुनील पटेल 

- कवि सम्मेलन में जय महाराज व मावजी महाराज की जयकारों से गुंजा पांडाल

डूंगरपुर। श्रीमद् भागवत कथा प्रेम यज्ञ के अंतर्गत मंगलवार रात्रि को पुण्यभूमि भेहणा में कवि सम्मेलन का आयोजन हुआ। कवि सम्मेलन कथा पंडाल में रात्रि 8 बजे से शुरू होकर देर रात्रि 2 बजे तक चला

। ग्रामीणों द्वारा कवि सम्मेलन में आमंत्रित कवियों का ऊपरना ओढ़ाकर तिलक कर स्वागत एवं सम्मान किया। कवि रोमिल पाटीदार लाफ्टर ने भौतिकवाद के इस युग में परिवार से जुड़े करना, जरूरत पड़ने पर ही मोबाइल का इस्तेमाल करना कविता पढ़कर युवा पीढ़ी के सोशल मीडिया से जुड़ाव व बच्चों के मोबाइल उपयोग करने पर व्यंग्य किया। साथ ही वागड़ी कविता एक दाड़ो मु चक्कर मय पड़ी गियो सुनाकर तालिया बटोरी। साथ ही नेता बनना हैं तो राष्ट्र हित के लिए नेता बनिए सुनाकर वर्तमान नेताओं की राजनीति पर कटाक्ष किया। सूत्रधार कवि सुनील पटेल सन्नाटा नेजपुर ने दौलत तो खूब सारी कमा लेंगे हम मगर, मां-बाप से बड़ी कोई दौलत नहीं होती। वहां पर बीज संस्कारों का बोया भी नहीं जाता, अमीरों को बिना गोली के सोया भी नहीं जाता रचना पढ़कर श्रोताओं का ध्यान आकर्षित किया। आजादी में  महापुरुषों के अतुलनीय योगदान को रेखांकित किया।  साथ ही "आतंकवाद जैसा हर मसला हल हो जाता, अगर देश के पहले प्रधानमंत्री सरदार पटेल होते" प्रतिनिधि रचना सुनाई। सुनील पटेल ने ने कहा की वागड व मेवाड़ के लोगों को गर्व हैं हमारे पास बेणेश्वर पीठाधीश्वर अच्युतानंद महाराज हैं। कवि दिनेश पंछी ने ए वतन हम चले बांध सर पर कफन, जिंदगी को तेरे नाम करने दफन व तन तरुवर मन निर्मल नीर सा मिश्री से मीठी बोल रे रचना पढ़ी। सुरेश सरगम ने मारा वागड़ नु वृंदावन , बेणेश्वर धाम मारा वागड़ नु ताज हैं रचना सुनाई। गोपाल सेवक ने जीवन पुण्य के नाम होना चाहिए मन में भक्ति का भाव होना चाहिए, धर्म की ध्वजा सदैव ऊंची रखने हर गांव में भागवत कथा होनी चाहिए रचना पढ़ी। बृजमोहन तूफान ने मावजी की मीठी वाणी उनकी भविष्यवाणी वागड़ प्रयाग प्यारा बेणेश्वर धाम हैं रचना सुनाकर श्रोताओं का दिल जीत लिया। वरिष्ठ कवि हरीश आचार्य ने भरी बरसात में मेरी टपरी जो गिर जाएगी, तुम जो आओगे मिलने गरीबी संवर जाएगी। अमें लूटाई गया भूल हमारी थई गई, दरवाजा बंद करिए खड़की उगाडी रई गई गजल सुनाई। कवि सम्मेलन का यूट्यूब पर लाइव प्रसारण कुवैत में रमेश भाई पाटीदार एवं अन्य युवाओं ने मिलकर देखा। इस अवसर पर तेजपाल भाई पाटीदार, वेलचंद पाटीदार, कचरूलाल, छापी उपसरपंच प्रकाश पाटीदार, बिछीवाड़ा कांग्रेस ब्लॉक अध्यक्ष दीक्षांत पाटीदार नवलश्याम, दिलीप, कुश पंचाल, लक्ष्मण पाटीदार बिलपण, रमेश व युवा मंडल के सभी युवा काव्य रसिक श्रोता व सभी मावजी महाराज के भक्त मौजूद रहे। कवि सम्मेलन का संचालन बृजमोहन तूफान ने व आभार कवि सुनील पटेल ने जताया। 


कविताओं से राष्ट्रभक्ति व सनातन संस्कृति का संदेश देते हैं कवि : अच्युतानंद महाराज
अच्युतानंद महाराज ने वागड़ के कवियों की कविताओं की सराहना करते हुए कहा कि कवियों को कविताओं के माध्यम से आनंद भी देना है। मनोरंजन भी करना है और राष्ट्रभक्ति व सनातन संस्कृति का संदेश भी सभी तक पहुंचना है। देश की आजादी से लेकर अब तक कविताओं के माध्यम से सदैव इंकलाब आया है। वागड़ की कई इसी प्रकार अपना काव्य प्रभाव रखें व कविताओं के माध्यम से जन जागृति लाने का एक सफल प्रयास करें।