हक है खैरात नहीं सामाजिक न्याय यात्रा का भादसोड़ा चौराहे पर स्वागत किया।
राजस्थान में अनुसूचित जाति अधिकार अभियान राजस्थान की ओर से सामाजिक न्याय यात्रा 2023 निकाली जा रही है जोकि "हक है खैरात नहीं", के उद्घोष के साथ प्रारंभ हुई यह यात्रा एक दलित एजेंडे को लोगों के मध्य ले जा रही है
हक है खैरात नहीं सामाजिक न्याय यात्रा का भादसोड़ा चौराहे पर स्वागत किया।
संवादाता मुकेश कुमार जोशी चित्तौड़गढ़
राजस्थान में अनुसूचित जाति अधिकार अभियान राजस्थान की ओर से सामाजिक न्याय यात्रा 2023 निकाली जा रही है जोकि "हक है खैरात नहीं", के उद्घोष के साथ प्रारंभ हुई यह यात्रा एक दलित एजेंडे को लोगों के मध्य ले जा रही है
यात्रा के दौरान विभिन्न जगहों पर होने वाले संवाद में व्यापक विचार विमर्श किया जा रहे हैं राज्य भर में प्राप्त सुझाव को इसमें शामिल करके विभिन्न राजनीतिक दलों ने चुनावी घोषणा पत्र में अनुसूचित जाति वर्ग के मुद्दों को शामिल करवाया जाएगा संयोजक सेवानिवृत्ति आईपीएस सत्यवीर सिंह पूर्व महानिरीक्षक पुलिस उदयपुर अपनी टीम साथ में जिसमें प्रख्यात सामाजिक कार्यकर्ता भंवर मेघवंशी, संयोजक विनोद वर्मा रलावता शिक्षाविद के साथ जोबनेर से रवाना हुई गुरुवार को यात्रा कपासन विधानसभा क्षेत्र के भादसोडा शहर पहुंची यहां भादसोडा चौराहे पर संविधान निर्माता डॉक्टर भीमराव अंबेडकर का उपरना पहना कर व पुष्प वर्षा कर स्वागत किया जहां बड़ी संख्या में बहुजनों व मातृशक्ति ने एक सुर में हक है खैरात नहीं का उद्घोष किया जिसमें आजाक संगठन के जिला अध्यक्ष सुरेश खोईवाल, बसपा पूर्व जिला अध्यक्ष बालू नायक मोखमपुरा, अंबेडकर विचार मंच के पीरु खटीक, बसपा पूर्व जिला उपाध्यक्ष शंकर मेघवाल बिलड़ी, आरव पॉइंट के संचालक मुकेश खटीक, बसपा विधानसभा अध्यक्ष किशन बैरवा, भीम आर्मी तहसील अध्यक्ष गोपाल जटिया, दिनेश खटीक, कैलाश खटीक, रवि खटीक, मनोहर बुनकर, मुकेश खटीक आदि बहुजन कार्यकर्ता मौजूद थे।