जनजाति क्षेत्र मे बीज़ भंडारण पर प्रशिक्षण का आयोजन

बड़ी सादड़ी:- महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, की स्थानीय इकाई कृषि विज्ञान केन्द्र, चितौड़गढ़ द्वारा बीज़ भंडारण प्रशिक्षण एव कोटी वितरण कार्यक्रम गाव मरावदिया (बडीसादडी) में आयोजन किया गया। जिसमें 30 कृषक एवं कृषक महिलाओं ने भाग लिया

जनजाति क्षेत्र मे बीज़ भंडारण पर प्रशिक्षण का आयोजन

जनजाति क्षेत्र मे बीज़ भंडारण पर प्रशिक्षण का आयोजन

2अक्टूबर

राम सिंह मीणा रघुनाथपुरा

बड़ी सादड़ी:- महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, की स्थानीय इकाई कृषि विज्ञान केन्द्र, चितौड़गढ़ द्वारा बीज़ भंडारण प्रशिक्षण एव कोटी वितरण कार्यक्रम गाव मरावदिया (बडीसादडी) में आयोजन किया गया। जिसमें 30 कृषक एवं कृषक महिलाओं ने भाग लिया

 केन्द्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं अध्यक्ष डॉ. रतन लाल सोलंकी ने कहा की बीज़ भंडारण की उन्नत तकनीकी का समुचित उपयोग कर बीज़ को सुरक्षित रखने का तरीका बतया एव 25 कृषक महिलाओं के प्रदर्शन के रूप में बीज़ भरने जनजाति योजना के अंतर्गत कोटी वितरण जनजाति कृषक महिलाओ को दी गई । डॉ,सोलंकी ने बताया कि फसलों में उन्नत तकनीकी अपना कर बीज़ उत्पादकता बढ़ाने हेतु समय-समय पर मिट्टी की जांच कर मृदा स्वास्थ्य कार्ड की सिफारिश के अनुसार संतुलित मात्रा में खाद एवं उर्वरक का उपयोग तथा समय पर फसल में कीट नियंत्रण कर अधिक पैदावार कृषक ले सकता है , अतः अगले वर्ष इससे अधिक से अधिक क्षेत्र में इसको बीज के रूप में बुवाई करके पैदावार बढ़ा सके।

श्रीमती दीपा इन्दौरिया, कार्यक्रम सहायक ने कहा कि मिलेट्स शरीर में स्थित अम्लता यानी एसिड दूर करता है। एसिडिटी के कई नुकसान होते हैं। - इसमें विटामिन बी 3 होता है जो शरीर की मेटाबॉलिज्म की प्रक्रिया को ठीक रखता है. जिससे कैंसर जैसे रोग नहीं होते हैं। मिलेट्स ब्लड में मौजूद ट्राईग्लिसराइड को नियंत्रित करता हैं, लो बीपी, दिल का दौरा, डायबिटीज, स्ट्रोक, गठिया के दर्द इत्यादि रोगों को कम करने में मदद भी करता है। 

श्री संजय कुमार धाकड, कार्यक्रम सहायक ने किसानो को रबी फसलों की उन्नत किस्मों के बारे में जानकारी दी एव अन्त में कार्यक्रम सहायक श्री धाकड़ प्रशिक्षण में उपस्थित सभी कृषक एवं कृषक महिलाओं को धन्यवाद ज्ञापित किया।