रुपाहैड़ी कलां स्थित मनसा माता के द्वार पर 2 साल बाद लगा मेला हजारों भक्तों ने धोक  लगाकर मांगी सुख समृद्धि

कोटखावदा।क्षेत्र के रूपाहैड़ी कलां स्थित मनसा माता का मेला शनिवार को शांतिपूर्वक संपन्न हुआ।मंदिर परिसर मे अल सुबह  से ही भक्तों का तांता लगा रहा ।
मेले में आसपास क्षेत्र के हजारों भक्तों ने माता जी को खीर पुआ पुरी का भोग लगाकर ढोक लगाई तथा अपने परिवार को प्राकृतिक आपदाओं अनिष्ठो से बचाने की मन्नत मांगी। कोविड-19 के चलते 2 वर्ष बाद मनसा माता का मेला लगने से क्षेत्र के लोगों में उत्साह देखा गया। आसपास के करीब 40 से 50 गांव के लोगों ने माता के दरबार में हाजिरी लगाकर फसलों को प्राकृतिक आपदाओं से बचाने की मन्नत मांगी। मान्यता है कि मनसा माता क्षेत्र में प्राकृतिक आपदाओं जैसे ओलावृष्टि आदि से रक्षा करती है। मेले में कानून व्यवस्था को लेकर प्रशासन की ओर से व्यापक इंतजाम किए गए वही शांति व्यवस्था को देखते हुए अतिरिक्त पुलिस जाब्ता भी तैनात किया गया।
3 हजार वर्ष पुराना है मनसा माता का मंदिर ।
रूपाहैड़ी कलां स्थित पहाड़ी पर बना मंदिर करीब 3 हजार वर्ष पहले का बना हुआ है मंदिर के पुजारी पवन कुमार राजवंशी ने बताया कि लखी बंजारे की मनसा माता की मान्यता थी वह सोने का कचोले मे पूजापा लेकर माता जी को पूजने आया था की गुफा के पास बने अंद कुएं मे सोने का कचोला गिर गया था जिससे वह निराश होगया अगले दिन माता रानी ने बंजारे के सपने मे आकर उसे कहा की निवाई चलाजा वहा कुंड में तेरा कचोला मिल जायेगा । बंजारा जल्दी सुबह  निवाई पहुंचा और कुंड में जाकर देखा तो उसका सोने का कचोरा तैरता हुआ उसे नजर आया अपना कचोला लेकर सीधे मनसा माता मंदिर परिसर पहुंच गया ओर आसपास के ग्रामीणों को इसकी जानकारी दी उसके बाद से लोगों की आस्था बढ़ती गई ।चेत्र अष्टमी को मेला भरना शुरू होना बताया। 3 हजार वर्ष पूर्व बने मनसा माता के मंदिर में पहले माली समाज के लोग माता रानी की पूजा करते थे लेकिन करीब 500 वर्षों से हमारे वंशज राज बलाई पूजा करते आ रहे हैं।


600 सीढ़ियां चढ़कर करते हैं दर्शन।
मनसा माता का मंदिर कोटखावदा तुंगा सड़क मार्ग पर रूपाहैड़ी कलां में पहाड़ी की 500मीटर ऊंची चोटी पर एक गुफा में बना हुआ है पहले मंदिर परिसर में जाने के लिए पहाड़ी रास्ते से होकर जाना पड़ता था लेकिन जैसे-जैसे भक्तों की मन्नते पुरी होती रही  मंदिर परिसर तक भक्तों ने सीढ़ियां बन वादी ।माता रानी के दर्शन के लिए छ सौ सीढ़ियां चढ़कर जाना पड़ता है।

चाक-चौबंद रहा प्रशासन।
मनसा माता मंदिर परिसर में लगने वाले मेले को लेकर प्रशासन पूरी तरह चाक चौबंद रहा मेला मजिस्ट्रेट उपखंड अधिकारी चाकसू गोवर्धन लाल शर्मा, सहायक पुलिस उपायुक्त चाकसू के के अवस्थी, सदर थाना अधिकारी बृजमोहन कविया ने मेले का जायजा लिया एंव कानून व्यवस्था भंग करने वालों के खिलाफ शख्ति  से पेश आने के निर्देश दिया।
वही कानून व्यवस्था को लेकर कोटखावदा 
तहसीलदार मुकेश कुमार मीणा, कोटखावदा पंचायत समिति में विकास अधिकारी कंचन बोहरा, गिरदावर अशोक कुमार, हल्का पटवारी कुलदीप, ग्राम विकास अधिकारी मिश्री लाल मीणा मेला स्थल कैंप किए हुए हैं ।
पुलिस प्रशासन ने किया अतिरिक्त जाप्ता तैनात।
मेले में शांति व्यवस्था को लेकर पुलिस प्रशासन की ओर से अतिरिक्त पुलिस जाप्ता क
 व सादा वर्दीधारी पुलिस के जवान तैनात किया है थाना अधिकारी घनश्याम मीणा ने बताया कि मेले में किसी भी तरह कानून व्यवस्था को भंग करने वालों 
असामाजिक तत्वों खिलाफ पुलिस सख्ती से पेश आएगी।
पंचायत प्रशासन ने किए माकूल प्रबंध।
मनसा माता मंदिर परिसर में लगने वाले वार्षिक मेले को लेकर ग्राम पंचायत प्रशासन की ओर से व्यापक प्रबंध किए गए हैं ग्राम विकास अधिकारी मिश्री लाल मीणा ने बताया कि मेले में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए पीने के पानी की व्यवस्था को लेकर पंचायत प्रशासन की ओर से 10 पानी के टैंकर अलग-अलग जगह पर खड़े किए हैं वही जगह जगह पर प्याऊ लगाई गई है  रात्रि में रोशनी की व्यवस्था को लेकर लाइटें लगवाई गई है। यात्रियों की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए कंट्रोल रूम बनाया गया है।
चिकित्सा विभाग की टीम भी रही तैनात
मेला परिसर में चिकित्सा व्यवस्था को लेकर चिकित्सा विभाग की टीम फायर ब्रिगेड, विद्युत विभाग के कर्मचारी मौजूद रहे।मेले में दंगल आयोजित करवाया गया जिसमे कुश्ती, दौड़, और नाल उठाने की प्रतियोगिता रखी गईं दंगल केसरी रमन गुर्जर पहलवान, कुश्ती में राष्ट्रीय खिलाडी बालमुकंद  और सैकड़ों पहलवानों के अपने धम खम दिखाया