टिटहरी ने खेत-मकान की छत, कुच्चो के छप्पर-गोबर के परिण्डे पर दिए अलग अलग जगह कई अंडे, ग्रामीण क्षेत्रों में आदिकाल ज़माने के पुरख़े लगा रहें भारी बारिश का कुदरती कयास

टिटहरी ने खेत-मकान की छत, कुच्चो के छप्पर-गोबर के परिण्डे पर दिए अलग अलग जगह कई अंडे, ग्रामीण क्षेत्रों में आदिकाल ज़माने के पुरख़े लगा रहें भारी बारिश का कुदरती कयास

निहाल दैनिक समाचार / NEWS NDNEWS24X7

दौसा ग्रामीण | विधानसभा क्षेत्र दौसा जिले की उपतहसील कुण्डल की ग्राम पंचायत कालीपहाड़ी की वार्ड 7 में सिर्रा बैठक भवन के पास पुराने मकान की छत पर स्थित गोबर की परिण्डे पर एक टिटहरी ने चार अंडे दिए हैं।इससे ग्रामीण क्षेत्रों में भारी बारिश का कयास लगा रहे हैं।आमतौर पर टिटहरी अप्रैल-मई में अपने प्रजजन काल के दौरान चार पाँच अंडे देती हैं जिसे अच्छे मानसून का संकेत माना जाता है।

डेमोक्रेटिक आदिकिसान महासंघ दौसा जिलाध्यक्ष ओमप्रकाश पुरोहितोकाबास ने बताया कि आदिकाल समय से खेती-किसानी का कार्य करते आ रहे उनके पुरखों दादा बड़े बुर्जुग ईश्वरमल सिर्रा उर्फ मारवाड़ा सिर्रा के खेत में भी पशु-पक्षी प्रकृति में परिवर्तन के प्रति संवेदनशील होते हैं बेजुबान जानवरों का भी व्यवहार प्यार-प्रेम सदैव प्रकृति के अनुरूप ही होता है टिटहरी के अंडों से बारिश के मौसम की भविष्यवाणी करने का भी आदिकाल ज़माने से यहीं आधार माना जाता है।

विष्णु मीणा की विशेष कवरेज रिपोर्ट