रावण महाबुद्धिमान था यदि रावण को किसी कारण से बुरा माना जाऐ तो उससे अधिक बुराईयां हमारे भीतर है स्वतंत्रलेखक मदन सालवी

रावण महा बुद्धिमान था यदि रावण को किसी कारण से बुरा माना जाऐ तो उससे अधिक बुराईयां आज हमारे भीतर है। आज बढते आपराधों पर नजर गडाऐं। रावण से भी आगे निकलें हे हम। नकली राम बनकर, नकली रावण को मारना से भीतर की बुराई नही मरती। मनुष्य जीवन को सफल बनाने के लिए भीतर के नफरत कपट छल को जितना जल्द हो सके मार दें वर्ना रावण से भी बुरी मोत मरना है। हकीक़त से बहूत दूर है। आदतो से मजबूर है। जीवन व्यर्थ खो रहे है। आम नही,आक बो रहे है।। ???????????????????? मदन सालवी ओजस्वी चितौडगढ राजस्थान 5-10-2022