ईआरसीपी राष्ट्रीय परियोजना ने पकड़ा तूल, सैकड़ों की तादाद में एसडीएम कार्यालय पहुंचे लोग

जमवारामगढ। उपखंड क्षेत्र जमवारामगढ़ में सोमवार को ईआरसीपी को राष्ट्रीय परियोजना घोषित करते हुये रामगढ बांध ( जयपुर )को प्रथम चरण में जोड़ने के लिए जोहार टीम भौमिया जमवारामगढ़ के द्वारा केंद्र सरकार और राज्य सरकार के नाम जमवारामगढ़ एसडीएम चिमनलाल मीणा को ज्ञापन दिया गया। पूर्वी राजस्थान में सतही जल एवं भूमिगत जल की अत्यधिक कमी होने के कारण वर्तमान में लाखों एकड उपजाऊ भूमि बंजर होने के कगार पर है। इसलिए ईआरसीपी को राष्ट्रीय परियोजना घोषित करते हुये रामगढ बांध ( जयपुर ) को प्रथम चरण में जोडने की आवश्यकता है। क्योकि राजस्थान की राजधानी जयपुर जिले में स्थित रामगढ बांध 1932 से 2005 तक जयपुर को पेयजल उपलब्ध करवाने का सबसे बड़ा स्रोत था । यहां कि इस बांध में विश्व प्रसिद्ध एशियन खेल नोकायान प्रतियोगिता भी 1982 में सम्पन्न हुई थी । रामगढ बांध की पाल पर भारत सरकार द्वारा स्थापित खेल गांव एवं राजस्थान पर्यटन विकास निगम का झील ट्यूरिस्ट विलेज व डेम की पाल के सामने सरकारी कॉफी हाउस होटल स्थित हैं । जो कि रामगढ बांध में पानी नहीं होने के कारण पर्यटकों की आवाजाही बन्द हैं । जिसके कारण ये उपक्रम बर्बाद हो चुके है।
*ज्ञापन में ये रखी मांगे रखी* -रामगढ बांध को ईआरसीपी के प्रथम चरण में जोड़ा जावे । रामगढ बांध को राष्ट्रीय झील घोषित किया जाए । पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना को राष्ट्रीय परियोजना घोषित की जावे । यमुना नदी का ऑवरफ्लो पानी रामगढ बांध में लाया जावे । ईआरसीपी निगम में अधिकारियों की नियुक्ति करके काम शीघ्र प्रारम्भ किया जावे। ईआरसीपी को राजस्थान सरकार द्वारा अलग से मंत्रालय घोषित किया जावे ।
**ये रहे मौजूद* - रामफूल श्रीरामनगर, रामअवतार भारतीय, किशन लाल थली,छोटे लाल झरवाल, प्रहलाद मानोता, राकेश सानकोटडा, पूरण श्रीनगर, दिनेश बिरावत नायला , किरोडी लाल दंड, मिथलेश दांतली, मनीष झोल, शंकरलाल नोनपुरासहित सैकड़ों लोग मौजूद रहे।