पुरानी रुढ़िवादी परम्पराओं को तोड़कर समाज को सही राह दिखाने के लिए दिया नया संदेश - डॉ. बी. एल. बैरवा

पुरानी रुढ़िवादी परम्पराओं को तोड़कर समाज को सही राह दिखाने के लिए दिया नया संदेश - डॉ. बी. एल. बैरवा

निहाल दैनिक समाचार पत्र / NDNEWS24X7

रिपोर्ट देवी लाल बैरवा जयपुर

जयपुर l डॉ. बी. एल. बैरवा (न्यूरो सर्जन) एसएमएस अस्पताल जयपुर ने बहुत ही अच्छा नया कदम उठाया हैं l उनकी पुजनीय माताजी की मृत्यु होने के बाद पुरानी रुढ़िवादी परम्पराओं को तोड़ने के लिये उन्होंने परिवार एंव ग्रामवासियों को मानसिक रूप से तैयार किया और यह बहुत जरूरी भी है कि हमें किसी काम को करने से पहले परिवार और ग्रामवासियों को मानसिक रूप से तैयार करना चाहिए l उन्होंने हजारों वर्षो से गंगाजी जाने की चली आ रही प्रथा को तोडते हुए माताजी की अस्थियो को वही शमशान भूमी मे एक गढ्ढा खोदकर उसमें अस्थियों को डाल दिया ओर उस पर एक वट वृक्ष लगा दिया, साथ में समाज को एक संदेश भी दिया कि रूढ़िवादी परम्पराओं को ख़त्म करना कितना ज़रूरी है । ओर तीसरे की बैठक के साथ ही आगे होने वाले समस्त कार्यक्रम समाप्त कर दिया गया। हमारे समाज में बहुत से पढ़े लिखे और बुद्धिजीवी लोग हैं लेकिन पुरानी रुढ़िवादी परम्पराओं को छोड़कर समाज को सही राह दिखाने वाले डॉ. बी. एल. बैरवा जैसे कम ही लोग है l डॉक्टर साहब को इस महान कार्य के लिए बहुत बहुत साधुवाद बुध्दि जीवी का सही मतलब सही दिशा में सही कार्य करने की क्षमता रखने वाला ऐसा व्यक्ति जो सही गलत को पहचान कर सके और ऐसा कार्य करे जो देश के हित मे और समाज के हित मे हो।