ईआरसीपी में संशोधन की मांग को लेकर भाजपा सांसद किरोड़ी लाल मीणा का जयपुर कूच। सीएम हाउस का घेराव करेंगे। 

संशोधन के बाद केंद्र सरकार से प्रोजेक्ट को मंजूर करवाने की जिम्मेदारी मेरी-मीणा। 

ईआरसीपी में संशोधन की मांग को लेकर भाजपा सांसद किरोड़ी लाल मीणा का जयपुर कूच। सीएम हाउस का घेराव करेंगे। 

बस्सी।आदिवासियों के लोकप्रिय नेता और भाजपा के राज्य सभा सांसद डॉ. किरोड़ीलाल मीणा के नेतृत्व में हजारों लोगों ने 9 अगस्त को दौसा जिले के नांगल प्यारी वास से जयपुर के लिए पदयात्रा शुरू कर दी है। मीणा का कहना है कि ईस्टर्न राजस्थान कैनाल प्रोजेक्ट (ईआरसीपी) पर अशोक गहलोत के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार प्रदेश की जनता को गुमराह कर रही है। मीणा ने आरोप लगाया कि प्रोजेक्ट की परिधि में आने वाले दौसा,करौली, सवाई माधोपुर आदि जिलों के ऐसे अनेक बांध हैं जिन्हें शामिल नहीं किया गया है। अकेले दौसा जिले में 13 बांध हैं, लेकिन राज्य सरकार ने प्रोजेक्ट में सिर्फ एक बांध को शामिल किया है। मीणा ने आरोप लगाया है कि प्रोजेक्ट में पानी से भरे बांधों को शामिल नहीं करने से अनेक गांव में प्रोजेक्ट का पानी उपलब्ध नहीं हो सकेगा। केंद्र सरकार ने पहले ही कहा है कि प्रोजेक्ट पर 75 प्रतिशत तक की निर्भरता होनी चाहिए। लेकिन अभी राज्य सरकार ने जो प्रस्ताव भेजा है उसमें निर्भरता 50 प्रतिशत ही है। किरोड़ी ने कहा कि यदि बांधों को संख्या बढ़ाकर निर्भरता को 75 प्रतिशत कर दिया जाए तो फिर केंद्र सरकार से भी इस प्रोजेक्ट को राष्ट्रीय परियोजना घोषित करवा दिया जाएगा। किरोड़ी ने कहा कि राज्य सरकार संशोधित प्रोजेक्ट को केंद्र से मंजूर करवाने की जिम्मेदारी मेरी है। मीणा ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत प्रोजेक्ट के तथ्य छिपाकर राजनीति कर रहे हैं। इसलिए उन्होंने लाभार्थी जिलों के लोगों को एकजुट कर जयपुर कूच का निर्णय लिया है। उन्होंने कहा कि हजारों लोग जयपुर पहुंचकर मुख्यमंत्री के सरकारी आवास का घेराव करेंगे। मीणा ने अपने आंदोलन को जलक्रांति यात्रा का नाम दिया है। यह यात्रा 9 अगस्त को विश्व आदिवासी दिवस के दिन शुरू की गई है। यात्रा में भीड़ को देखते हुए पुलिस के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। पर्यटन मंत्री विश्वेंद्र सिंह ने डॉ. किरोड़ीलाल मीणा से आग्रह किया है कि प्रदेश में त्योहारों की स्थिति को देखते हुए जल क्रांति यात्रा को दौसा में ही समाप्त कर दिया जाए। लेकिन मीणा ने इस पर अभी सहमति नहीं दी, लेकिन 9 अगस्त को मोहर्रम के माहौल को देखते हुए जल क्रांति यात्रा दौसा शहर में प्रवेश नहीं करेगी। जयपुर के लिए अब बाईपास मार्ग से ही यात्रा को निकाला जा रहा है।