प्रधानमंत्री बनने के बाद मन की बात कार्यक्रम से ही जनता से जुड़ सका

100 वें एपिसोड में पीएम मोदी ने अपने मन की बात बताई।
रिपोर्टर बन्शीलाल धाकड़ राजपुरा
30 अप्रैल
प्रधानमंत्री। नरेंद्र मोदी के लोकप्रिय कार्यक्रम मन की बात कार्यक्रम का 100 वां एपिसोड रेडियो पर प्रसारित हुआ। मोदी दुनिया में पहले ऐसे प्रधानमंत्री हैं जिन्होंने रेडियो पर मन की बात के कार्यक्रम में आम लोगों की बात की है। प्रधानमंत्री बनने के बाद मोदी का पहला एपिसोड 3 अक्टूबर 2014 को प्रसारित हुआ था। मोदी ने प्रतिमाह मन की बात की और अब 100 वां एपिसोड प्रसारित हुआ है। चूंकि 100वां एपिसोड विशेष रहा, इसलिए इस एपिसोड में पीएम ने अपने मन की बात भी कही। मोदी ने कहा कि जब वे गुजरात के मुख्यमंत्री थे तो सार्वजनिक समारोह में आम लोगों से मिलना जुलना होता था। वे लोगों के घर भी जाते थे, लेकिन 2014 में जब वे देश के प्रधानमंत्री बने तो सुरक्षा और अन्य कारणों की वजह से आम लोगों से दूर हो गए। इसकी उनके मन में पीड़ा भी थी, लेकिन इस पीड़ा का समाधान मन की बात के कार्यक्रम से हुआ। मैंने इस कार्यक्रम के लिए देशभर के लोगों से सीधा संवाद किया। मेरे मन को तसल्ली मिली की मैं देश के आम नागरिक से जुड़ा हुआ हंू। मेरा प्रयास रहा कि जो लोग चुपचाप कार्य कर रहे हैं उनके कार्यों की जानकारी देश भर के लोगों को हो। यही वजह रही कि सेल्फी विद डॉटर्स, महिला सशक्तिकरण, वोकल फोर लोकल, भारतीय श्वान की ब्रांडिंग, हिमालय की सफाई, स्वदेशी पर्यटन स्थल आदि से जुड़े लोगों को देशभर में पहचान मिली। मोदी ने कहा कि पिछले 99 वें एपिसोड में जिन लोगों से मैंने संवाद किया उनमें से कुछ लोगों से 100 वें एपिसोड में भी संवाद किया है। ताकि देश के लोगों को अच्छे कार्यों की जानकारी हो सके। मोदी ने कहा कि मेरे लिए यह एक कार्यक्रम नहीं बल्कि आस्था है। इसकी वजह से मुझे जीवन में बहुत कुछ सीखने को मिला है। मोदी ने सौ एपिसोड के लिए आकाशवाणी के कार्मिकों का भी आभार जताया। साथ ही न्यूज चैनलों के प्रति भी आभार प्रकट किया। मोदी ने कहा कि न्यूज चैनलों ने कमर्शियल ब्रेक के बिना मन की बात का एपिसोड प्रसारित किया। उन्होंने कहा कि मुझे लाखों पत्र और सुझाव मिले हैं। मेरा प्रयास होता है कि अच्छे सुझावों को मन की बात प्रोग्राम में शामिल करू। मुझे इसके माध्यम से अलग अलग प्रवृत्ति वाले लोगों से संवाद करने का मौका मिला है। यह देश के नागरिकों की इच्छा शक्ति ही है कि आज मन की बात प्रोग्राम की दुनिया भर में चर्चा हो रही है।