जनजाति उपयोजना के तहत जनजाति क्षेत्र के किसानों को सिरोही नस्ल के बीजू बकरे वितरण

बड़ी सादड़ी चित्तौड़गढ़ कृषि विज्ञान केंद्र द्वारा जनजाति उपयोजना भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद नई दिल्ली के तहत महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय उदयपुर के कुलपति महोदय डॉ अजीत कुमार कर्नाटक वरिष्ठ अतिथि डॉ जेपी मिश्रा निदेशक कृषि प्रौद्योगिकी अनु प्रयोग अनुसंधान संस्थान जोधपुर एवं डॉ आर ए कौशिक निदेशक प्रसार शिक्षा निदेशालय उदयपुर द्वारा कृषि विज्ञान केन्द्र पर जनजाति क्षेत्र के किसान बड़ी सादड़ी उपखड क्षेत्र के निकटवर्ती ग्राम पंचायत मुजवा के स्थित ढिकरिया खेड़ी गांव के लालसिंह मीणा पायरी गांव गोपी सिंह मीणा खाखरिया खेड़ी गांव के नानु सिंह मीणा लाल पुरा गांव के बड़ी सादड़ी को एक एक बीजू बकरे सिरोही नस्ल के जनजाति क्षेत्र गांवों में बकरियों की नस्ल सुधार हेतु वितरित किये गये

जनजाति उपयोजना के तहत जनजाति क्षेत्र के किसानों को सिरोही नस्ल के बीजू बकरे वितरण

जनजाति उपयोजना के तहत जनजाति क्षेत्र के किसानों को सिरोही नस्ल के बीजू बकरे वितरण

22 फरवरी

राम सिंह मीणा रघुनाथपुरा

बड़ी सादड़ी चित्तौड़गढ़ कृषि विज्ञान केंद्र द्वारा जनजाति उपयोजना भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद नई दिल्ली के तहत महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय उदयपुर के कुलपति महोदय डॉ अजीत कुमार कर्नाटक वरिष्ठ अतिथि डॉ जेपी मिश्रा निदेशक कृषि प्रौद्योगिकी अनु प्रयोग अनुसंधान संस्थान जोधपुर एवं डॉ आर ए कौशिक निदेशक प्रसार शिक्षा निदेशालय उदयपुर द्वारा कृषि विज्ञान केन्द्र पर जनजाति क्षेत्र के किसान बड़ी सादड़ी उपखड क्षेत्र के निकटवर्ती ग्राम पंचायत मुजवा के स्थित ढिकरिया खेड़ी गांव के लालसिंह मीणा पायरी गांव गोपी सिंह मीणा खाखरिया खेड़ी गांव के नानु सिंह मीणा लाल पुरा गांव के बड़ी सादड़ी को एक एक बीजू बकरे सिरोही नस्ल के जनजाति क्षेत्र गांवों में बकरियों की नस्ल सुधार हेतु वितरित किये गये

सिरोही नस्ल का रंग भूरा सफेद और पैच में रंगों का मिश्रण होता है और उनके बाल मोंटे और छोटे होते हैं इनका शरीर बड़ा और माध्यम आकार छोटे सींग एवं पीछे की और धुमावदार व पूंछ मुड़ी हुई होती है डॉ रतन लाल सोलंकी वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं अध्यक्ष ने बताया कि कृषि विज्ञान केन्द्र द्वारा जनजाति उपयोजना अन्तर्गत सिरोही नस्ल के बीजू बकरे वितरण किया गया बेरोजगार युवाओं को केलिए बकरी के दूध में बिमारियों से लडने की क्षमता गाय और भैंस के दूध की तुलना में अधिक पोषक तत्व होते हैं बकरी पालन कम लागत एवं सामान्य देख रेख में गरीब किसानों एवं खेतिहर मजदूरों के जीविकोपार्जन का साधन बन रहा है